Sunday, 2 April 2023

पुस्तकोपहार कार्यक्रम, केंद्रीय विद्यालय, भेल, जगदीशपुर

  

आज दिनांक 3 अप्रैल 2023 को केंद्रीय विद्यालय भेल जगदीशपुर में पुस्तकोपहार कार्यक्रम संपन्न हुआ । यह कार्यक्रम केंद्रीय विद्यालय संगठन की महत्वाकांक्षी योजना है जिसमें छात्र विगत शैक्षिक सत्र की अपनी पुस्तकें अपने कनिष्ठ छात्रों को उपहार स्वरूपप्रदान करते हैं। इस कार्य से छात्रों को निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध हो जाती है साथ ही राष्ट्र की संपत्ति और पर्यावरण संरक्षण भी होता है क्योंकि नई पुस्तके ना लेने से अंततः बहुत सारे वृक्ष भी कटने से बचते हैं और अभिभावकों का खर्च भी कम होता है। साथ ही पुस्तके अपने पढ़ने, पाठक प्राप्त करने के उद्देश्य में भी सफल होती हैं। बिना पाठक के पुस्तक निरर्थक होती हैं। केंद्रीय विद्यालय भेल जगदीशपुर के छात्रों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । विद्यालय प्राचार्य श्री अम्बरीश कुमार गुप्ता जी के नेतृत्व एवं विद्यालय के पुस्तकालय डॉ.मुशीर अहमद खान के प्रयास से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग किया और अपनी पुस्तकें पिछली कक्षा के छात्रों को सहर्ष प्रदान किया। इस कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए प्राचार्य ने सभी शिक्षकों को धन्यवाद
 किया।

 




Friday, 2 December 2022

गोदान ( उपन्यास ) की समीक्षा

 

गोदान ( Godan ) मुंशी प्रेमचंद का एक हिंदी उपन्यास है जिसमे 20 सदी के रुढ़िवादी समाज का जिवंत चित्रण किया गया है ! Godan में भारतीय किसान का अद्भुत चित्रण किया गया है जिसमे दिखाया गया है कि वह कैसे अपने परिवार को पालने के लिए सेठ , साहुकारो , जमींदारो आदि के शोषण का शिकार होता है और अपनी पूरी जिंदगी भय और निराशा के साथ गुजारता है !

गोदान में बताया गया है कि कैसे एक भारतीय किसान अपनी छोटीछोटी जरूरतों के लिए साहुकारो से ऋण लेता है और हमेशा उस कर्ज को चुकाने के लिए निराशा में अपनी सम्पूर्ण जिंदगी गुजार देता है ! इसमें बताया गया है कि कैसे जमीदार , मील के मालिक , पेशेवर वकील , राजनेता लोग आदि अनपढ़ और नासमझ किसानो का शोषण करते है !

गोदान में लेखक प्रेमचंद ने जो भी बाते कही है वे सब एक संदर्भ में कही है जो आज भी उतना ही महत्वपूर्ण रखती है जितना वो पहले रखती थी ! गोदान में लेखक ने महाजनों , साहुकारो आदि पर तीखे प्रहार किये है और बताया है कि एक किसान को पूरी जिंदगी इनके चक्कर लगाने में गुजारनी पड़ती है !

मुंशी प्रेमचंद जी एक बहुत बड़े कहानीकार और उपन्यासकार के रूप में जाने जाते है ! उनकी कहानियां और उपन्यास आज भी समाज को एक अच्छा सन्देश देती है ! गोदान प्रेमचंद जी का एक बहुत ही शानदार उपन्यास है ! गोदान ( Godan ) में लेखक ने हमारे समाज की कुंठा , निराशा , ऋणग्रस्तता आदि का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है ! प्रेमचंद जी ने गोदान के जरिये यह बताने का प्रयास किया है कि भारतीय किसान साहुकारो के चंगुल में फसकर कर्ज का शिकार रहा है और अपने परिवार का पेट पालने की चिंता में ही अपना जीवन गुजर देता है !


Thursday, 1 December 2022

जवाहरलाल नेहरू, तारा अली बेग, BOOK AVAILABLE IN LIBRARY

 

साम्प्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह

साम्प्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह 
केंद्रीय विद्यालय भेल जगदीशपुर में संप्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह का आयोजन 19 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक विद्यालय में किया गया। संप्रदायिक सद्भाव अभियान के अंतर्गत विद्यालय में विभिन्न प्रकार के आयोजन किए गए जिसमें से निबंध लेखन, वाद- विवाद प्रतियोगिता और साम्प्रदायिक सद्भाव के विषय पे  संगोष्ठी का आयोजन प्रमुख है। 19 नवंबर को संप्रदायिक सद्भाव सत्ता के शुरुआत में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी प्रमुख रूप से रही। संगोष्ठी में देश मे  संप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए विषय पे विभिन्न शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त किए, इस संगोष्ठी में ये निकल कर आया की देश की तरक्की के लिए संप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना बहुत जरूरी है, इस संगोष्ठी के तहत बच्चों को आपसी भाईचारा बनाने के लिए प्रेरित किया गया। सांप्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह के अंतर्गत एक वाद- विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कई छात्र-छात्राओं ने अपनी भागीदारी उपस्थित कराई इसी सप्ताह में केंद्रीय विद्यालय भेल जगदीशपुर में चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें कई छात्रों ने सांप्रदायिक सद्भाव के विषय पर अपनी कला द्वारा यह प्रदर्शित किया कि देश में क्यों संप्रदायिक सद्भाव जरूरी है। संप्रदायिक सद्भाव के अंतर्गत सप्ताह के आखिरी दिन यानी कि 25 नवंबर 2022 को स्टिकर के माध्यम से फंड एकत्रित किया गया।









 

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Sunday, 24 April 2022

केंद्रीय विद्यालय भेल, जगदीशपुर में पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस का आयोजन

आज दिनांक 03 अप्रैल 2022 को केंद्रीय विद्यालय भेल, जगदीशपुर में पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया ।
कार्यक्रम में विद्यालय में पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया ।पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन प्राचार्य महोदय ने फीता काटकर किया । विद्यालय के सभी कक्षाओं के छात्र पुस्तक  प्रदर्शनी में भाग लिए और लाभान्वित  हुए।प्रार्थना सभा में विद्यालय के पुस्तकालय  अध्यक्ष मुशीर अहमद खान ने पुस्तक दिवस के औचित्य पर प्रकाश डाला ।आपने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त हैं ।जीवन में सफलता के लिए पुस्तकों से लगाव बहुत जरूरी है ।पुस्तकें व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती हैं ।विचार को परिपक्व करती हैं और संकट के क्षणों में समाधान का रास्ता दिखाती हैं।  सर ने कहा कि जितना इंसानों ने दुनिया पर हुकूमत नहीं की है उससे भी कहीं ज्यादा हुकूमत पुस्तकों ने  की है। आज समय बदला है लोगों की रोज पुस्तकें पढ़ने की अपेक्षा ज्यादा समय  इंटरनेट पर गुजारने की रही है ।पुस्तकालय का भी रूप बदला है आज ई बुक्स  का प्रचलन बढ़ा है ।सर ने छात्रों को प्रेरित किया कि आप इंटरनेट के माध्यम से भी दुनिया की बहुचर्चित एवं प्रेरक पुस्तकों का लाभ ई बुक के माध्यम से ले सकते हैं ।प्राचार्य महोदय ने पुस्तक दिवस पर सभी छात्रों को शुभकामनाएं प्रेषित की एवं ज्यादा से ज्यादा पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित किया ।
 कार्यक्रम को आयोजन कराने में विशेष भूमिका मुशीर अहमद खान का  एवं अन्य शिक्षकों का रहा । कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु उत्तम प्रयास के लिए प्राचार्य महोदय ने शिक्षकों और छात्रों की सराहना की।











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