Wednesday, 23 August 2023
Tuesday, 22 August 2023
Thursday, 17 August 2023
Vidyanjali Project
Vidyanjali is an initiative taken by the Ministry of Education, Government of India with the aim to strengthen Schools through community and private sector involvement in schools across the country. This initiative would connect schools with varied volunteers from the Indian Diaspora namely, young professionals, retired teachers, retired Government officials, retired professionals, NGOs, Private Sector and Public Sector Companies, Corporate Institutions and many others.
Tuesday, 4 July 2023
Monday, 3 July 2023
Sunday, 16 April 2023
Sunday, 2 April 2023
पुस्तकोपहार कार्यक्रम, केंद्रीय विद्यालय, भेल, जगदीशपुर

Tuesday, 21 February 2023
Saturday, 11 February 2023
Wednesday, 7 December 2022
Sunday, 4 December 2022
Friday, 2 December 2022
गोदान ( उपन्यास ) की समीक्षा
गोदान ( Godan ) मुंशी प्रेमचंद का एक हिंदी उपन्यास है जिसमे 20 सदी के रुढ़िवादी समाज का जिवंत चित्रण किया गया है ! Godan में भारतीय किसान का अद्भुत चित्रण किया गया है जिसमे दिखाया गया है कि वह कैसे अपने परिवार को पालने के लिए सेठ , साहुकारो , जमींदारो आदि के शोषण का शिकार होता है और अपनी पूरी जिंदगी भय और निराशा के साथ गुजारता है !
गोदान में बताया गया है कि कैसे एक भारतीय किसान अपनी छोटी – छोटी जरूरतों के लिए साहुकारो से ऋण लेता है और हमेशा उस कर्ज को चुकाने के लिए निराशा में अपनी सम्पूर्ण जिंदगी गुजार देता है ! इसमें बताया गया है कि कैसे जमीदार , मील के मालिक , पेशेवर वकील , राजनेता लोग आदि अनपढ़ और नासमझ किसानो का शोषण करते है !
गोदान में लेखक प्रेमचंद ने जो भी बाते कही है वे सब एक संदर्भ में कही है जो आज भी उतना ही महत्वपूर्ण रखती है जितना वो पहले रखती थी ! गोदान में लेखक ने महाजनों , साहुकारो आदि पर तीखे प्रहार किये है और बताया है कि एक किसान को पूरी जिंदगी इनके चक्कर लगाने में गुजारनी पड़ती है !
मुंशी प्रेमचंद जी एक बहुत बड़े कहानीकार और उपन्यासकार के रूप में जाने जाते है ! उनकी कहानियां और उपन्यास आज भी समाज को एक अच्छा सन्देश देती है ! गोदान प्रेमचंद जी का एक बहुत ही शानदार उपन्यास है ! गोदान ( Godan ) में लेखक ने हमारे समाज की कुंठा , निराशा , ऋणग्रस्तता आदि का बहुत ही सुन्दर चित्रण किया है ! प्रेमचंद जी ने गोदान के जरिये यह बताने का प्रयास किया है कि भारतीय किसान साहुकारो के चंगुल में फसकर कर्ज का शिकार रहा है और अपने परिवार का पेट पालने की चिंता में ही अपना जीवन गुजर देता है !
Thursday, 1 December 2022
साम्प्रदायिक सद्भाव अभियान सप्ताह
Tuesday, 28 June 2022
Sunday, 24 April 2022
केंद्रीय विद्यालय भेल, जगदीशपुर में पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस का आयोजन
आज दिनांक 03 अप्रैल 2022 को केंद्रीय विद्यालय भेल, जगदीशपुर में पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया ।
कार्यक्रम में विद्यालय में पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया ।पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन प्राचार्य महोदय ने फीता काटकर किया । विद्यालय के सभी कक्षाओं के छात्र पुस्तक प्रदर्शनी में भाग लिए और लाभान्वित हुए।प्रार्थना सभा में विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष मुशीर अहमद खान ने पुस्तक दिवस के औचित्य पर प्रकाश डाला ।आपने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त हैं ।जीवन में सफलता के लिए पुस्तकों से लगाव बहुत जरूरी है ।पुस्तकें व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारती हैं ।विचार को परिपक्व करती हैं और संकट के क्षणों में समाधान का रास्ता दिखाती हैं। सर ने कहा कि जितना इंसानों ने दुनिया पर हुकूमत नहीं की है उससे भी कहीं ज्यादा हुकूमत पुस्तकों ने की है। आज समय बदला है लोगों की रोज पुस्तकें पढ़ने की अपेक्षा ज्यादा समय इंटरनेट पर गुजारने की रही है ।पुस्तकालय का भी रूप बदला है आज ई बुक्स का प्रचलन बढ़ा है ।सर ने छात्रों को प्रेरित किया कि आप इंटरनेट के माध्यम से भी दुनिया की बहुचर्चित एवं प्रेरक पुस्तकों का लाभ ई बुक के माध्यम से ले सकते हैं ।प्राचार्य महोदय ने पुस्तक दिवस पर सभी छात्रों को शुभकामनाएं प्रेषित की एवं ज्यादा से ज्यादा पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित किया ।
कार्यक्रम को आयोजन कराने में विशेष भूमिका मुशीर अहमद खान का एवं अन्य शिक्षकों का रहा । कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु उत्तम प्रयास के लिए प्राचार्य महोदय ने शिक्षकों और छात्रों की सराहना की।
National Digital Library of India (NDLI)
National Digital Library of India (NDLI) is a virtual repository of learning resources which is not just a repository with search/browse ...
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आज दिनांक 3 अप्रैल 2023 को केंद्रीय विद्यालय भेल जगदीशपुर में पुस्तकोपहार कार्यक्रम संपन्न हुआ । यह कार्यक्रम केंद्रीय विद्यालय संगठन की ...